केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान और Eco Livelihood Creations Pvt. Ltd. के बीच 5-वर्षीय समझौता : राजस्थान में बकरी पालन और ग्रामीण आजीविका के क्षेत्र में एक नई पहल
12 जुलाई 2025 को, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), भारत सरकार के अधीन केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम (मथुरा, उत्तर प्रदेश) के 46वें स्थापना दिवस के पावन अवसर पर, Eco Livelihood Creations Pvt. Ltd. के साथ एक महत्वपूर्ण 5-वर्षीय समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता संस्थान की ग्रामीण विकास की दिशा में प्रतिबद्धता और बकरी पालन को आत्मनिर्भरता का साधन बनाने की दूरदर्शिता को दर्शाता है।
इस ऐतिहासिक अवसर पर संस्थान के माननीय निदेशक महोदय की गरिमामयी उपस्थिति में इस साझेदारी को औपचारिक रूप प्रदान किया गया। यह समझौता न केवल एक संस्थागत सहयोग है, बल्कि ग्रामीण भारत में नवाचार, प्रशिक्षण, और सतत आजीविका के एक नए युग की शुरुआत है।
साझेदारी का उद्देश्य और दृष्टिकोण
भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बकरी पालन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, विशेषकर राजस्थान जैसे राज्यों में जहाँ यह हजारों परिवारों की आजीविका का आधार है। इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य राजस्थान में वैज्ञानिक बकरी पालन को बढ़ावा देना, स्थानीय किसानों और पशुपालकों को प्रशिक्षित करना, तथा आधुनिक तकनीकों और बाजार से जोड़ने की व्यवस्था करना है।
Eco Livelihood Creations Pvt. Ltd. और संस्थान के बीच यह समझौता एक मॉडल परियोजना के रूप में कार्य करेगा, जहाँ संयुक्त अनुसंधान, फील्ड स्तर पर प्रशिक्षण, उद्यमिता विकास, और महिलाओं व युवाओं को सशक्त करने की दिशा में काम किया जाएगा।
मुख्य कार्यक्षेत्र और गतिविधियाँ
इस समझौते के अंतर्गत निम्नलिखित प्रमुख गतिविधियाँ प्रस्तावित हैं:
- प्रशिक्षण और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स
किसानों, महिला समूहों, SHGs और युवाओं के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन प्रशिक्षणों में बकरी पालन की वैज्ञानिक पद्धतियाँ, आहार प्रबंधन, टीकाकरण, नस्ल सुधार, पशु स्वास्थ्य देखभाल आदि शामिल होंगे। - टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और इनोवेशन
संस्थान की नवीनतम अनुसंधान तकनीकों और सफल फार्मिंग मॉडल्स को सीधे ग्रामीण क्षेत्रों में लागू किया जाएगा। बकरी पालन में ICT आधारित समाधान, जैसे मोबाइल ऐप्स और टेलीमेडिसिन जैसी सेवाएं, किसानों तक पहुँचाई जाएंगी। - उद्यमिता विकास और विपणन सहायता
ग्रामीण युवाओं और महिलाओं को उद्यमी के रूप में तैयार किया जाएगा, जिससे वे अपने व्यवसाय खड़ा कर सकें। इसके साथ ही, उनके उत्पादों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। - पायलट प्रोजेक्ट्स और लाइव डेमो यूनिट्स
राजस्थान के विभिन्न जिलों में पायलट प्रोजेक्ट स्थापित किए जाएंगे, जहाँ सफल बकरी पालन यूनिट्स को लाइव डेमो के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। इससे किसान प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त कर सकेंगे।
राजस्थान में बकरी पालन की संभावनाएँ
राजस्थान राज्य अपने भौगोलिक और जलवायु स्वरूप के कारण बकरी पालन के लिए अत्यंत उपयुक्त है। यहाँ की स्थानीय नस्लें जैसे सिरोही, जैसलमेरी, मारवाड़ी आदि न केवल जलवायु सहनशील हैं, बल्कि दूध और मांस उत्पादन में भी श्रेष्ठ हैं। फिर भी, सही प्रशिक्षण, तकनीकी मार्गदर्शन और बाजार सुविधा के अभाव में कई किसान अपनी संभावनाओं का पूर्ण दोहन नहीं कर पाते।
इस साझेदारी के माध्यम से, Eco Livelihood और संस्थान मिलकर राजस्थान को एक मॉडल स्टेट के रूप में विकसित करेंगे जहाँ बकरी पालन को आजीविका का एक स्थायी और लाभकारी साधन बनाया जाएगा।
महिला सशक्तिकरण और SHGs का समावेश
महिलाएं ग्रामीण आजीविका का मूल आधार होती हैं। इस MoU के अंतर्गत विशेष जोर महिला स्व-सहायता समूहों (SHGs) पर दिया जाएगा। उन्हें न केवल बकरी पालन में प्रशिक्षित किया जाएगा, बल्कि लघु उद्योग, दुग्ध उत्पादन, बकरी से बने उत्पादों का मूल्यवर्धन, और स्थानीय स्तर पर विपणन में भी सक्षम किया जाएगा।
इससे न केवल महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होंगी, बल्कि परिवार और समाज में उनका निर्णयात्मक योगदान भी बढ़ेगा।
प्रभाव और संभावित परिणाम
इस समझौते के प्रभाव निम्नलिखित क्षेत्रों में देखने को मिलेंगे:
- राजस्थान में बकरी पालन की वैज्ञानिक तकनीकों का प्रचार-प्रसार
- ग्रामीण युवाओं और महिलाओं में उद्यमिता की वृद्धि
- बकरी आधारित लघु उद्योगों का विकास
- रोजगार के नए अवसरों का निर्माण
- पशु स्वास्थ्य, नस्ल सुधार और पोषण प्रबंधन में सुधार
- आत्मनिर्भर ग्रामीण अर्थव्यवस्था की ओर एक ठोस कदम
संस्थान की भूमिका
केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान, मखदूम, देश का प्रमुख अनुसंधान संस्थान है जो बकरी पालन के क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान, प्रशिक्षण और नवाचार के लिए विख्यात है। संस्थान की विशेषज्ञता, अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, वैज्ञानिकों की टीम और तकनीकी जानकारी इस साझेदारी की रीढ़ साबित होंगी।
Eco Livelihood Creations Pvt. Ltd. की प्रतिबद्धता
Eco Livelihood Creations Pvt. Ltd. एक अग्रणी सामाजिक उद्यम है जो ग्रामीण भारत में आजीविका निर्माण, प्राकृतिक संसाधनों की स्थिरता और महिला सशक्तिकरण के लिए कार्यरत है। कंपनी की टीम इस MoU के माध्यम से राजस्थान में सैकड़ों गांवों में परिवर्तन लाने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।
भविष्य की योजनाएँ
यह साझेदारी आने वाले वर्षों में निम्नलिखित लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में कार्य करेगी:
- 10,000 से अधिक किसानों और पशुपालकों को प्रशिक्षित करना
- 100 से अधिक मॉडल बकरी पालन यूनिट्स की स्थापना
- महिला केंद्रित 500 से अधिक SHGs का निर्माण और सशक्तिकरण
- Livelihood Clusters का निर्माण
- राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाना
निष्कर्ष
यह 5-वर्षीय समझौता ज्ञापन केवल एक दस्तावेज़ नहीं, बल्कि गांव, गरीब और गाय आधारित आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना की दिशा में एक ठोस कदम है। जब विज्ञान, समाज और सेवा एकजुट होकर कार्य करते हैं, तो परिवर्तन केवल संभव ही नहीं बल्कि अवश्यंभावी होता है।
Eco Livelihood Creations Pvt. Ltd. और केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान की यह साझेदारी आने वाले समय में लाखों ग्रामीण परिवारों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगी और स्थायी ग्रामीण विकास का एक प्रेरणादायक मॉडल प्रस्तुत करेगी।
